आज सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि 2 अगस्त 2025 को पूरी दुनिया में सूर्य ग्रहण के कारण 6 मिनट तक अंधेरा छा जाएगा। हालांकि, नासा और खगोलीय विशेषज्ञों ने इस दावे को पूरी तरह से गलत बताया है।
वास्तविकता यह है कि आज कोई सूर्य ग्रहण नहीं हो रहा है। यह एक भ्रामक जानकारी है जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैल रही है और लोगों के बीच अनावश्यक डर पैदा कर रही है। खगोल विज्ञान के अधिकारिक स्रोतों ने पुष्टि की है कि इस तरह का कोई खगोलीय घटना आज नहीं हो रहा।
दरअसल, लोग 2 अगस्त 2027 में होने वाले सूर्य ग्रहण के साथ भ्रम में पड़ गए हैं। 2027 का यह सूर्य ग्रहण वास्तव में “शताब्दी का ग्रहण” कहलाएगा क्योंकि यह 21वीं सदी में जमीन पर सबसे लंबी अवधि तक दिखाई देगा। इस ग्रहण की अवधि 6 मिनट 23 सेकंड तक होगी और यह यूरोप, उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व के हिस्सों में दिखाई देगा।
अगला वास्तविक सूर्य ग्रहण 21 सितंबर 2025 को होगा, जो एक आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। यह न्यूजीलैंड और पूर्वी ऑस्ट्रेलिया सहित दक्षिणी गोलार्ध के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। यह ग्रहण भारत, अमेरिका या उत्तरी गोलार्ध के अधिकांश हिस्सों से दिखाई नहीं देगा।
वायरल गलत जानकारी के कारण “सूर्य ग्रहण 2025” और “अगला सूर्य ग्रहण कब है” जैसे शब्द ट्रेंड कर रहे हैं। खगोल विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इस तरह की जानकारी साझा करने से पहले नासा जैसे आधिकारिक स्रोतों से तथ्यों की जांच जरूर करें।